शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

निवेदन

मित्रों, प्रस्तुत विवरण इस उद्देश्य से दिया जा रहा है कि आप अपने "रक्षा सम्मानों एवं पद्म सम्मानों" के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें। यह जानकारी हमने विभिन्न पत्रिकाओं के माध्यम से संग्रहीत की है। अतः इसकी प्रामाणिकता के संबंध में हम कोई दावा नहीं करते। परन्तु यह जानकारी जिन स्रोतों से ली गई है उनकी प्रामाणिकता के संबंध में हमने विशेष सावधानी रखने का प्रयास किया है। अतः आपसे अति-विनम्र निवेदन है कि इसे देखते व पढ़ते समय आप स्वविवेक से काम लें। धन्यवाद...
जय हिन्द!

हमारे रक्षा पदक

वीरता के लिए भारत सरकार की ओर से सम्मानार्थ प्रतिवर्ष रक्षा पदक "परमवीर चक्र","महावीरचक्र", "वीर चक्र" और तीनों श्रेणियों के "अशोक चक्र" प्रदान किए जाते हैं। उपयुक्त पात्र के नहीं मिलने पर ये पदक नहीं भी दिए जाते। आईए जानते हैं कैसे होते हैं ये "रक्षा पदक"।

परमवीर चक्र

परमवीर चक्र पदक


वीरता के लिए सर्वोच्च सम्मान का प्रतीक "परमवीर चक्र" है। यह पदक स्थल अथवा आकाश में शत्रु के सम्मुख असीम शौर्य व अदम्य साहस अथवा आत्म-बलिदान के लिए प्रदान किया जाता है। "परमवीर चक्र"कांसे का बना हुआ गोलाकार होता है। इसके मुख्य भाग के मध्य में "इन्द्र के वज्र" की चार प्रतिक्रतियां उत्कीर्ण होती हैं। इसके पिछले भाग पर मध्य में दो कमल-पुष्प तथा हिन्दी और अंग्रेजी में "परमवीर चक्र" शब्द अंकित रहते हैं। यह पदक ३.२ सेमी चौड़ी गुलाबी पट्टी के साथ वाम वक्ष पर लगाया जाता है।

महावीर चक्र

महावीर चक्र पदक
यह स्थल, जल तथा आकाश के शत्रु के सम्मुख असीम शौर्य-प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाता है।
 "महावीर चक्र"  गोलाकार तथा चांदी का होता है। इसके मुखभाग पर एक पंचकोण नक्षत्र उत्कीर्ण रहता है। जिसके गुम्बदाकार मध्य भाग में स्वर्णमण्डित राजचिन्ह की उभरी हुई आक्रति रहती है। पदक के पिछ्ले भाग पर मध्य में दो कमल-पुष्प तथा हिन्दी और अंग्रेजी में "महावीर चक्र" शब्द उत्कीर्ण रहते हैं। यह पदक ३.२ सेमी चौड़ी सफेद और नारंगी रंग की पट्टी के साथ वाम वक्ष पर इस प्रकाह लगाया जाता है कि नारंगी पट्टी बाएं कन्धे की ओर रहे।

वीर चक्र

वीर चक्र पदक
"वीर चक्र" का स्थान स्थल,जल अथवा आकाश में शत्रु के सम्मुख शौर्य प्रदर्शन के लिए प्रदान किया जाता है। वीर चक्र चांदी का तथा गोलाकार होता है। इसके मुखभाग पर एक पंचकोण नक्षत्र होता है। जिसके मध्य में अशोक चक्र अंकित रहता है। अशोक चक्र के गुम्बदाकार मध्य भाग पर स्वर्णमण्डित राजचिन्ह अंकित होता है। पदक के पिछले भाग पर मध्य में दो कमल-पुष्प तथा हिन्ही और अंग्रेजी में "वीर चक्र" शब्द उत्कीर्ण रहते हैं। यह चक्र ३.२ सेमी चौड़ी नीली और नारंगी रंग की पट्टी के साथ वाम वक्ष पर इस प्रकार लगाया जाता है कि नारंगी रंग की पट्टी बाएं कन्धे की ओर रहे।

अशोक चक्र

अशोक चक्र पदक
यह पदक जल,थल व वायु में असीम शौर्य, अदम्य साहस, आत्म-बलिदान के लिए प्रदान किया जाता है। यह पदक सोने से मढ़ा हुआ गोलाकार होता है। इसके मुखभाग पर कमलनाल से घिरा हुआ अशोक चक्र उत्कीर्ण होता है। पदक के किनारे-किनारे कमल के पंखुड़ियों,पुष्पों और कलियों की आक्रतियां बनी रहतीं हैं। पिछले भाग पर हिन्दी तथा अंग्रेजी में "अशोक चक्र" शब्द उत्कीर्ण रहता है। जिसके मध्य का स्थान कमल-पुष्पों से सुशोभित रहता है। यह पदक ३.२ सेमी चौड़ी हरे रंग की पट्टी के साथ जिसके मध्य में उसको दो समान भागों में विभक्त करने वाली एक खड़ी नारंगी रेखा होती है।

शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2013

कीर्ति चक्र

कीर्ति चक्र पदक
यह गोलाकार रजत पदक असीम शौर्य-प्रदर्शन के लिए भेंट किया जाता है। इसके दोनों ओर ठीक अशोक चक्र जैसी ही आक्रतियां होतीं है। यह चक्र ३.२ सेमी की चौड़ी हरे रंग की रेशमी पट्टी के साथ; जिस पर तीन बराबर भागों में विभक्त करने वाली दो खड़ी नारंगी रेखाएं होती हैं।